कुरान में कितने नबी का नाम है?| How many prophets are mention in Holy Quran?
अस्सलामु अलैकुम दोस्तों मेरा नाम है ,अरशद हुसैन।और आज हम इस पोस्ट में जानेंगे नबियों के बारे में दोस्तों अल्लाह रब्बुल इज्जत ने दुनिया में कम या ज्यादा 124000 नबियों को दुनिया में भेजा है,दुनिया में कोई जगह ऐसी नही जहां अल्लाह ने अपने नबी को न भेजा हो।हर नबी को किसी खास कबीले या शहर या मुल्क की तरफ भेजा जाता था।अपने कौम की रहनुमाई के लिए और हर नबी को अल्लाह ने एक ही पैगाम कि तबलीग करने के लिए चुना है: एक अल्लाह पर ईमान और बातिल का इंकार।हर नबी ने एक खुदा की ही दावत दी है,और नेक अमल करने को कहा है और बुरे कामों से रोका है।हर नबी ने अल्लाह का पैगाम बिना बदले लोगो तक पहुंचाया है,और हर मुसलमान को हर नबी को मानना जरूरी है।
अल्लाह ने कुरान में फरमाया:
وَلَقَدۡ بَعَثۡنَا فِى ڪُلِّ أُمَّةٍ رَّسُولاً أَنِ ٱعۡبُدُواْ ٱللَّهَ وَٱجۡتَنِبُواْ ٱلطَّـٰغُوتَ ۖ فَمِنۡهُم مَّنۡ هَدَى ٱللَّهُ وَمِنۡهُم مَّنۡ حَقَّتۡ عَلَيۡهِ ٱلضَّلَـٰلَةُ ۚ فَسِيرُواْ فِى ٱلۡأَرۡضِ فَٱنظُرُواْ كَيۡفَ كَانَ عَـٰقِبَةُ ٱلۡمُكَذِّبِينَ
और हमने तो हर उम्मत में एक (न एक) रसूल इस बात के लिए ज़रुर भेजा कि लोगों ख़ुदा की इबादत करो और बुतों (की इबादत) से बचे रहो ग़रज़ उनमें से बाज़ की तो ख़ुदा ने हिदायत की और बाज़ के (सर) पर गुमराही सवार हो गई तो ज़रा तुम लोग रुए ज़मीन पर चल फिर कर देखो तो कि (पैग़म्बराने ख़ुदा के) झुठलाने वालों को क्या अन्जाम हुआ
जैसा मेने उपर आपको बताया अल्लाह ने 124000 नबियों को दुनिया में भेजा है,पर कुरान मजीद में 25 नबियों का ही जिक्र आया है।
जो ये है:
1.हज़रत आदम अलैहिस्सलाम
2.हज़रत इदरीस अलैहिस्सलाम
3.हज़रत नूह अलैहिस्सलाम
4.हज़रत हुद अलैहिस्सलाम
5.हज़रत सालेह अलैहिस्सलाम
6.हज़रत लूत अलैहिस्सलाम
7.हज़रत सुलैमान अलैहिस्सलाम
8.हजरत इलियास अलैहिस्सलाम
9.हजरत अल-यासा अलैहिस्सलाम
10.हजरत यूनुस अलैहिस्सलाम
11.हजरत जकारिया अलैहिस्सलाम
12.हज़रत याहया अलैहिस्सलाम
13.हजरत ईसा अलैहिस्सलाम
14.हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम
15.हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम
16.हजरत इसहाक अलैहिस्सलाम
17.हज़रत याकूब अलैहिस्सलाम
18.हजरत युसुफ अलैहिस्सलाम
19.हज़रत शुऐब अलैहिस्सलाम
20.हज़रत अय्यूब अलैहिस्सलाम
21.हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम
22.हज़रत हारून अलैहिस्सलाम
23.हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम
24.हज़रत धुल्कफ़िल अलैहिस्सलाम
25.हजरत मुहम्मद ﷺ
Note:जिसे अल्लाह रब्बुल इज्जत ने मखलूक की हिदायत के लिए भेजा उसे नबी कहते है और उन नबियों में से जो अल्लाह की तरफ से कोई नई आसमानी किताब और नई शरीयत लाए वो रसूल कहलाते है। इस पोस्ट में हम सिर्फ कुरान में नबियों की तादाद और उनके बारे मुख्तसर जानकारी शेयर करेंगे। हर नबी इंसान थे और मर्द थे, किसी औरत को नबुवत नही मिली और न जिन्नात के नबी होने का जिक्र है।
1. हज़रत आदम अलैहिस्सलाम
हजरत आदम अलैहिस्सलाम अल्लाह के पहले नबी थे ,और अल्लाह रब्बुल इज्जत ने जिस इंसान को सबसे पहले वजूद बक्शा वो आदम अलैहिस्सलाम ही थे, यानी आदम अलैहिस्सलाम पहले इंसान थे,जो जमीन पर भेजे गए थे, उनके नाम का ज़िक्र कुरान मजीद में अल्लाह तआला ने 25 अलग अलग जगहों पर किया है। आदम अलैहिस्सलाम और उनकी बीवी हाउवा दुनिया में पूरी इंसानियत के अम्मा और अब्बा (forfather) है।
2. हजरत इदरीस अलैहिस्सलाम
हजरत इदरीस अलैहिस्सलाम अल्लाह के तीसरे नबी थे। वह बहुत ही इखलाक मंद, धीमी आवाज और अच्छी चौड़ी छाती वाले मर्द थे। उनका जन्म हजरत आदम अलैहिस्सलाम कि हयात में ही हुआ था। हज़रत इदरीस अलैहिस्सलाम अल्लाह के सच्चे बन्दे थे। अल्लाह ने उन्हें नबूवत अता कि और उन्हें हजरत आदम अलैहिस्सलाम के औलादों पर हुक्मरानी के लिए चुना। हजरत इदरीस अलैहिस्सलाम ही पहले पैगंबर थे जिन्होंने लोगों को कलम(Pen) से लिखना सिखाया। उन्होंने 120 साल कि हयात पाई।
3. हज़रत नूह अलैहिस्सलाम
हजरत नूह अलैहिस्सलाम अल्लाह के नबी थे,हजरत नूह अलैहिस्सलाम ने आपने कौम को 950 साल तक दीन की दावत दी।हजरत नूह अलैहिस्सलाम की कौम बुत परस्तीस में मुब्तिला थी। उनका मानना था कि ये बुत उन्हें किसी भी बुरे हालात से बचाएंगे, अच्छी सेहत अता करेंगे और उनकी सभी जरूरतों को पूरा करेंगे। अल्लाह ने उनमें से हज़रत नूह अलैहिस्सलाम को उकनी हिदायत के लिए चुना, कि जो कुछ वे कर रहे हैं वह कुफ्र है,और इस काम से बाज़ आजाए। लोगों ने उसकी बात नहीं मानी और बुत परस्तिस में मुब्तिला रहे। फिर अल्लाह की तरफ से और हजरत नूह अलैहिस्सलाम की बददुआ से नूह अलैहिस्सलाम की क़ौम पर आज़ाब नाजिल हुआ बारिश की शकल में और उस पानी ने हज़रत नूह अलैहिस्सलाम पर हँसने वालों का नामो निशान मिटा दिया। हजरत नूह अलैहिस्सलाम का ज़िक्र कुरान मजीद में 43 बार आया है।
4. हज़रत हुद अलैहिस्सलाम
हज़रत हुद अलैहिस्सलाम हज़रत नूह अलैहिस्सलाम की 5वीं पीढ़ी से थे। वह "अद इब्न उस इब्न सैम इब्न नूह" के एक कबीले से ताल्लुक रखते थे, वो अरबी थे और यमन में अल-अखाफ में रहते थे। नबी हुद अलैहिस्सलाम को अल्लाह ताअला ने आद के लोगों के लिए भेजा था क्योंकि वे फन ए तामीर के माहिर (great architects) थे,और बड़ी बड़ी हवेलियां और खूबसूरत इमारतें बनाते थे। वे दुनिया के बारे में बहुत अच्छी तरह जानते थे और अल्लाह के बारे में कम। हजर हुद अलैहिस्सलाम को अल्लाह का तारूफ कराने के लिए भेजा गया था। हजरत हुद अलैहिस्सलाम का ज़िक्र कुरान मजीद में 25 बार आया है।
5. हज़रत सालेह अलैहिस्सलाम
हज़रत सालेह अलैहिस्सलाम नबी नूह अलैहिस्सलाम के नसब से थे। अल्लाह ने पैगंबर सालेह अलैहिस्सलाम को समूद के लोगों को उनके बुरे काम से रोकने के लिए और चेतावनी देने के लिए भेजा क्योंकि वे बहुत मजबूत जिसामत के थे और बड़ी इमारतों का तमीरात किया करते थे। हजरत सालेह अलैहिस्सलाम का ज़िक्र कुरान मजीद में 9 बार आया है। हजरत सालेह अलैहिस्सलाम कि वफात 280 साल की उम्र में हुई थी।
6. हज़रत लूत अलैहिस्सलाम
हज़रत लूत अलैहिस्सलाम अल्लाह के रसूल हैं। उन्हें सोडोम और गोमोराह के शहरों में पैगंबर बना के भेजा गया था। हजरत लूत अलैहिस्सलाम का ज़िक्र कुरान मजीद में 17 बार आया है।
7. हजरत सुलैमान अलैहिस्सलाम
हजरत सुलैमान अलैहिस्सलाम अल्लाह के नबी थे, और बनी इसराइल के लोगों की तरफ भेजे गए थे। अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने उन्हें ऐसी बादशाहत अता की थी, जो उनसे पहले न किसी को मिला था, और न आने वाले किसी इंसान को मिलेगी। उनका तख्त असमान में लगता था,और सारे जिन्नात उनके ताबे कर दिए गए थे। अरब तारीख दानों ने उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा बादशाह बताया है। हजरत सुलैमान अलैहिस्सलाम का ज़िक्र कुरान मजीद में 17 बार आया है।
8. हज़रत इलियास अलैहिस्सलाम
हज़रत इलियास अलैहिस्सलाम इज़राइली पैगंबरों में से थे। हज़रत इलियास अलैहिस्सलाम का ज़िक्र कुरान मजीद में 2 बार आया है।
9.हजरत अल-यासा अलैहिस्सलाम
हजरत अल-यासा अलैहिस्सलाम अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त के नबी थे। वह हजरत इलियास अलैहिस्सलाम की देखरेख में पले-बढ़े। कुरान मजीद में उनका जिक्र दो बार आया है।
10. हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम
हजरत यूनुस अलैहिस्सलाम अल्लाह के नबी थे। उन्हें इराक के एक कदीम (ancient)शहर में भेजा गया था। हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम का जिक्र कुरान मजीद कि चार सूरह में किया गया है।
; सूरह अन-निसा, सूरह अल-अनम, सूरह यूनुस, सूरह अल-सफ्फत।
11.हजरत जकारिया अलैहिस्सलाम
हज़रत ज़कारिया अलैहिस्सलाम अल्लाह ताअला के नबियों में से एक थे।कुरान मजीद में हजरत जकारिया अलैहिस्सलाम का जिक्र सात बार आया है।
12. हजरत याह्या अलैहिस्सलाम
हज़रत याह्या इब्न ज़कारिया अलैहिस्सलाम इस्लाम के शुरुआती मुबलिग में से एक थे। कुरान मजीद में हजरत याह्या अलैहिस्सलाम का जिक्र 5 बार आया है।
13. हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम
हजरत ईसा इब्न मरियम अलैहिस्सलाम को बनी इस्राइल के लिए भेजा गया था। कुरान मजीद में हजरत ईसा अलैहिस्सलाम का जिक्र 25 बार आया है।
14. हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम
हजरत इब्राहिम इब्राहिम अलैहिस्सलाम मुसलमानों के एक नामी पैगंबर थे। उन्होंने पहली बार खाना कबा को तामीर किया था। कुरान मजीद में 25 अलग अलग सुरहों में हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम का जिक्र 170 से ज्यादा बार किया गया है।
15. हज़रत इस्माइल अलैहिस्सलाम
हज़रत इस्माइल अलैहिस्सलाम हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के सबसे बड़े बेटे थे। कुरान मजीद में हज़रत इस्माइल अलैहिस्सलाम का जिक्र 12 बार आया है।
16. हजरत इसहाक अलैहिस्सलाम
हजरत इशाक अलैहिस्सलाम हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम और उनकी बीवी सारा के बेटे थे। कुरान मजीद में अलग अलग सूरहों में उनके नाम का 17 बार जिक्र आया है। हजरत इसहाक अलैहिस्सलाम और उनकी बीवी का मकबरा फिलिस्तीन की इब्राहिम मस्जिद में है।
17. हज़रत याकूब अलैहिस्सलाम
हज़रत याकूब अलैहिस्सलाम हज़रत इस्हाक़ अलैहिस्सलाम के बेटे थे। हज़रत याकूब अलैहिस्सलाम ने अपने बुजुर्गों के दीन के तबलीग (धर्म प्रचार) के काम को जारी रखा। हज़रत याकूब अलैहिस्सलाम हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के पोते थे। कुरान मजीद में उनके नाम का 16 बार जिक्र किया गया है।
18. हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम
हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम हज़रत याक़ूब अलैहिस्सलाम के बेटे और हज़रत इशाक़ अलैहिस्सलाम के पोते थे। कुरान मजीद में उनके नाम का 27 बार जिक्र किया गया है।
19. हजरत शोएब अलैहिस्सलाम
हजरत शोएब अलैहिस्सलाम एक कदीम (प्राचीन) पैगंबर थे। कुरान मजीद में उनके नाम का 11 बार जिक्र किया गया है। उन्हें मिद्यानी लोगों के लिए नबी बना के भेजा गया था।
20. हज़रत अय्यूब अलैहिस्सलाम
हज़रत अय्यूब अलैहिस्सलाम अल्लाह के पैगंबर में से एक हैं। कुरान मजीद में हज़रत अय्यूब अलैहिस्सलाम नाम का चार बार आया है।
21. हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम
हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम को मिस्र के लोगों के लिए रसूल बनाकर भेजा गया था। कुरान मजीद में उनका 136 बार जिक्र हुआ है। पवित्र पुस्तक बाइबिल में भी उनके नाम का जिक्र मिलता है।
22. हज़रत हारून अलैहिस्सलाम
हज़रत हारून अलैहिस्सलाम अल्लाह रब्बुल इज्जत के पैगंबर में से एक हैं। कुरान मजीद में अलग अलग सूरहों में उनके नाम का जिक्र 24 बार किया गया है। हज़रत हारून अलैहिस्सलाम का मकबरा जॉर्डन में जबेल हारून नामक पहाड़ पर स्थित है।
23. हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम
हजरत दाऊद अलैहिस्सलाम इस्लाम के प्रचारकों(Preachers) में से एक थे। कुरान मजीद में उनके नाम का एक बार जिक्र आया है।
24. हज़रत धुल्कफ़िल अलैहिस्सलाम
हजरत धुल्कफिल अल्लाह के नबी थे। और उन्होंने अपने जीवन के पचहत्तर साल इराक के लोगों को दीन की तबलीग करने में गुज़ार दिए।कुरान मजीद में उनके नाम का दो बार जिक्र किया गया है। हज़रत धुल्कफ़िल अलैहिस्सलाम का मकबरा तुर्की में Makam Dagi नामक पहाड़ी पर है।
25. हज़रत मुहम्मद ﷺ सल्ल्लाहो अलैहि वसल्लम
हज़रत मुहम्मद ﷺ सल्ल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह रब्बुल इज्ज़त के आखरी रसूल हैं। अल्लाह ने हज़रत मुहम्मद ﷺ सल्ल्लाहो अलैहि वसल्लम को पूरी इंसानियत के लोगों के रहनुमाई के लिए भेजा था,और आप पूरी इंसानियत के नबी थे, यानी आप इंसान,जिन्नात,जानवर,परिंदे और हर जानदार के नबी थे। कुरान मजीद में हज़रत मुहम्मद ﷺ सल्ल्लाहो अलैहि वसल्लम के दो नामों का जिक्र है। आपका नाम मुहम्मद 4 बार आया है , जबकि अहमद 2 बार। हज़रत मुहम्मद ﷺ सल्ल्लाहो अलैहि वसल्लम के नाम का जिक्र अल्लाह रब्बुल इज्ज़त ने कई सुरहो में किया है।उन सूरह के नाम है: सूरह अल इमरान, सूरह अल अहज़ाब, सूरह अल फत और सूरह मुहम्मद सूरह अस सैफ। सुरह अस सैफ में आप का अहमद नाम से जिक्र है।
पैगंबरों के नाम पर कुरान में सूरह
कुरान मजीद में 6 सूरह हैं जो नबियों के नाम पर हैं। इन सूरहों के नाम ये हैं:
सूरा यूसुफ
सूरा मुहम्मद
सूरा इब्राहिम
सूरा हुड
सूरह नूह
सूरह यूनुस
Conclusion
उम्मीद है आपको इस पोस्ट में नबियों के बारे में काफी कुछ जानने को मिला होगा। इसी तरह की informative पोस्ट के लिए जुड़े रहे हमारी वेब साइट muslimscholarsorg.blogspot.com se
इंशाअल्लाह फिर मुलाकात होगी जबतक के लिए अपना और अपने गिर्दो नवाह के लोगों का खयाल रहिए
अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाही व बरकातहू