कुरान के 5 वैज्ञानिक तत्थ जो आपको हैरान कर देंगे। 5 Scientific Facts In The Quran That Will Surprise You

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 कुरान के 5 वैज्ञानिक तत्थ जो आपको हैरान कर देंगे। 5 Scientific Facts In The Quran That Will Surprise You




असलामु अलैकुम दोस्तो मेरा नाम है अरशद हुसैन,आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कुरान के 5 विज्ञानिक तत्थ जो आपको हैरान कर देंगे,समझने वालों के लिए बेशक अल्लाह ने कुरान में निशानियां बयान कि है, लेकिन हमारी बदनसीबी मुसलमानों की बड़ी आबादी कुरान को पड़ते ही नही

समझते भी नही,यानी तर्जुमा नही जानते,अमल करना तो दूर की बात है।

कुरान सीखने कि कोशिश करें तर्जूम के साथ। दुआ करे कि अल्लाह मुसलमानों के नौजवान नस्ल को कुरान सीखने,समझने और अमल करने कि तौफिक अता फरमाए आमीन



इरशादे बारी त'आला है

बेशक अल्लाह ही दाने और गुठली को फाड़ने वाला है, वो जिंदा को मुर्दा से और मुर्दा को जिंदा से निकलता है यह है अल्लाह तुम कहा बह्काये जाते हो.

वही है जो सुबह करता है वही रात को सुकून लाता है उसने ही सूरज और चाँद को वक़्त के हिसाब का ज़रिया बनाया.

वही है जिसने सितारे बनाए ताकि तुम ज़मीन और पानी में तुम्हे राह दिखाए.

वही है जिसने तुम्हे एक जान से पैदा किया हर एक के लिए जगह है कम रहने की और ज़्यादा रहने की.

वही है जिसने आसमान से पानी बरसाया फिर हर किस्म के पेड़, पोधे और हर चीज़ पैदा की, देखो और गौर करो,

वो अपनी आयाते खोल-खोल कर बयान करता है ताकि वो समझे जो अक़्ल और इल्म रखते और ईमान लाते है.

क़ुरान (सुराह अन'नाम 6/95-99)




1.The creation of life


    सूर: अल अंबिया आयत 30


أَوَلَمْ يَرَ الَّذِينَ كَفَرُوا أَنَّ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضَ كَانَتَا رَتْقًا فَفَتَقْنَاهُمَا ۖ وَجَعَلْنَا مِنَ الْمَاءِ كُلَّ شَيْءٍ حَيٍّ ۖ أَفَلَا يُؤْمِنُونَ


जो लोग काफिर हो बैठे क्या उन लोगों ने इस बात पर ग़ौर नहीं किया कि आसमान और ज़मीन दोनों बस्ता (बन्द) थे तो हमने दोनों को शिगाफ़ता किया (खोल दिया) और हम ही ने जानदार चीज़ को पानी से पैदा किया इस पर भी ये लोग ईमान न लाएँगे।


सूर: अल अंबिया आयत 30 में, अल्लाह ने पानी को हर जिंदा चीज़ के तखलीक (creation) के बुनियादी तत्व के रूप में ज़िक्र फरमाया है। आज, विज्ञान साबित करता है कि हर जीवित चीज कोशिकाओं (cells) से बनी  है, और इन कोशिकाओं(cells) में 80% cytoplasm होता है, जो आसान अल्फाजों में "पानी" है।उस समय के लोगों को अगर कोशिकाओं (cells) के बारे में बताते तो उनको न तो ये समझ अता और अजीब भी लगता, क्योंकि इसे साबित करने के लिए कोई विज्ञान नहीं था लेकिन आज विज्ञान कुरान कि इस आयत के हर लफ्ज़ को सच्चा साबित करता है, जो कुरान ने हमे 1400 साल पहले ही अपनी इस आयत ए मुबारका में बता दिया था। 




2. The presnce of Iron


     सूर: अल हदीस आयत 25


لَقَدۡ أَرۡسَلۡنَا رُسُلَنَا بِٱلۡبَيِّنَـٰتِ وَأَنزَلۡنَا مَعَهُمُ ٱلۡكِتَـٰبَ وَٱلۡمِيزَانَ لِيَقُومَ ٱلنَّاسُ بِٱلۡقِسۡطِ‌   ۖ   وَأَنزَلۡنَا ٱلۡحَدِيدَ فِيهِ بَأۡسٌ شَدِيدٌ وَمَنَـٰفِعُ لِلنَّاسِ وَلِيَعۡلَمَ ٱللَّهُ مَن يَنصُرُهُ  ۥ وَرُسُلَهُ  ۥ بِٱلۡغَيۡبِ  ۚ  إِنَّ ٱللَّهَ قَوِىٌّ عَزِيزٌ 


हमने यक़ीनन अपने पैग़म्बरों को वाज़े व रौशन मोजिज़े देकर भेजा और उनके साथ किताब और (इन्साफ़ की) तराज़ू नाज़िल किया ताकि लोग इन्साफ़ पर क़ायम रहे और हम ही ने लोहे को नाज़िल किया जिसके ज़रिए से सख्त लड़ाई और लोगों के बहुत से नफे (की बातें) हैं और ताकि ख़ुदा देख ले कि बेदेखे भाले ख़ुदा और उसके रसूलों की कौन मदद करता है बेशक ख़ुदा बहुत ज़बरदस्त ग़ालिब है


आज हम में से ज्यादा तर लोगों लगता होगा कि लोहा इस पृथ्वी का ही धातु है। पर ऐसा नही है, आज के वैज्ञानिकों के अनुसार लोहा मूल रूप से इस पृथ्वी का धातु नहीं है बल्कि यह अंतरिक्ष से आया है। कुरान में अल्लाह ने कुछ इस तरीके से लोहे का ज़िक्र फरमाया है:

हम ही ने लोहे को नाज़िल(आसमान से उतारा) किया जिसके ज़रिए से सख्त लड़ाई और लोगों के बहुत से नफे (की बातें) हैं।

(कुरान 57:25)


इस आयत में कहा गया है कि लोहा कोई ऐसी चीज नहीं है जो धरती पर बनी है बल्कि वास्तव में अल्लाह ने उसे उतारा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, अरबों साल पहले उल्कापिंड (astroids) पृथ्वी से टकराए थे और ये उल्कापिंड लोहे के धातु के साथ आए थे, जो तब बिखर गए और पृथ्वी के अलग अलग हिस्सों में फैल गए।



 3. Sky as Protector 


     सूरः अल अंबिया आयत 32



 

وَجَعَلۡنَا ٱلسَّمَآءَ سَقۡفًا مَّحۡفُوظًا‌   ۖ   وَهُمۡ عَنۡ ءَايَـٰتِہَا مُعۡرِضُونَ 


और हम ही ने आसमान को छत बनाया जो हर तरह महफूज़ है और ये लोग उसकी आसमानी निशानियों से मुँह फेर रहे हैं 


(कुरान 21:32)


अल्लाह ताअला ने इस आयत में आसमान को एक महफूज़ छत कहा है, समझने वालों के लिए इस्मे निशानी है। आज के वैज्ञानिक इस निशानी को इस तरह बताते है, असमान असल में जमीन पर जिंदगी को बाकी रखने के लिए किसी कवच कि तरह काम करता है। पृथ्वी का वातावरण(atmosphere) सूरज से हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों(ultraviolet radiations)को छानकर जमीन पर जिंदगियों को महफूज करता है, इससे गुजरने वाले अधिकांश उल्काओं(meteors) को नष्ट कर देता है, और गर्मी बरकरार रखता है। पृथ्वी का वातावरण(atmosphere) इंसानों और जानवरों को ऑक्सीजन और पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड भी प्रदान करता है।





4. Function of mountains


     सूरः अन नबा आयत 6,7


أَلَمۡ نَجۡعَلِ ٱلۡأَرۡضَ مِهَـٰدًا 

وَٱلۡجِبَالَ أَوۡتَادًا 


क्या हमने ज़मीन को बिछौना

और पहाड़ों को (ज़मीन) की मेख़े नहीं बनाया

(कुरान 78:6-7)



इस आयत में अल्लाह ताअला ने पहाड़ों को मेख़े(खुटें,कीले) कहा है,  आज विज्ञान कुरान के इस दावे को साबित करता है कि पहाड़ जमीन में गड़े हुए मेखें है, सिर्फ सतह से ऊपर नहीं हैं बल्कि उनकी जड़ें जमीन की सतह के नीचे भी हैं।


दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट इसका सबसे अच्छा उदाहरण हो सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, माउंट एवरेस्ट जो सतह से 9 किमी ऊपर है, उसकी जड़ें सतह से लगभग 125 किमी नीचे हैं। इस प्रकार कुरान में "पहाड़ों के रूप में दांव" के रूपक को वास्तव में एक वैज्ञानिक प्रमाण मिलता है।



5. Atoms


    सुरः युनुस आयत 61


وَمَا تَكُونُ فِى شَأۡنٍ وَمَا تَتۡلُواْ مِنۡهُ مِن قُرۡءَانٍ وَلَا تَعۡمَلُونَ مِنۡ عَمَلٍ إِلَّا ڪُنَّا عَلَيۡكُمۡ شُہُودًا إِذۡ تُفِيضُونَ فِيهِ  ۚ  وَمَا يَعۡزُبُ عَن رَّبِّكَ مِن مِّثۡقَالِ ذَرَّةٍ فِى ٱلۡأَرۡضِ وَلَا فِى ٱلسَّمَآءِ وَلَآ أَصۡغَرَ مِن ذَٲلِكَ وَلَآ أَكۡبَرَ إِلَّا فِى كِتَـٰبٍ مُّبِينٍ



अल्लाह कुरान में फरमाते हैं:

(और ऐ रसूल) तुम (चाहे) किसी हाल में हो और क़ुरान की कोई सी भी आयत तिलावत करते हो और (लोगों) तुम कोई सा भी अमल कर रहे हो हम (हम सर वक़त) जब तुम उस काम में मशग़ूल होते हो तुम को देखते रहते हैं और तुम्हारे परवरदिगार से ज़र्रा भी कोई चीज़ ग़ायब नहीं रह सकती न ज़मीन में और न आसमान में और न कोई चीज़ ज़र्रे से छोटी, और न उससे बढ़ी चीज़ मगर वह रौशन किताब लौहे महफूज़ में ज़रुर है

(कुरान 10:61)


कुरान के नाजिल होने से पहले, दार्शनिकों(philosophers)ने सोचा था कि ज़र्रा(Atom) सबसे छोटा अविभाज्य घटक है। हालाँकि, आज हम जानते हैं कि यह सच नहीं है। परमाणु इलेक्ट्रॉन, न्यूट्रॉन और प्रोटॉन से बने होते हैं। हाल ही में यह पता चला कि वे न्यूट्रॉन और प्रोटॉन क्वार्क से बने होते हैं। हालाँकि 1400 साल पहले कुरान ने उस समय के सामान्य ज्ञान का खंडन किया था लेकिन आधुनिक विज्ञान कुरान के इस दावे को साबित करता है कि परमाणु सबसे छोटा कण नहीं है।


 

Conclusion 


दोस्तों उम्मीद है आपको इस आर्टिकल में बहुत कुछ जानने को मिला होगा।

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जबतक अपना और अपने गिरदोह नवाह के लोगो का ख्याल रखिए।

अस्सलाम अलैकुम व रहमतुल्लाह व बरकातहू।




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